जर्नल ऑफ नर्सिंग एंड पेशेंट केयर

बाल एवं किशोर मनोरोग रोगी देखभाल में रोगी-नर्स संबंध बनाने की प्रक्रिया: जापान में एक ग्राउंडेड थ्योरी दृष्टिकोण

अकीको फुनाकोशी, अत्सुको तनाका, की हट्टोरी और मिनोरी अरिमा

उद्देश्य: वर्तमान अध्ययन का उद्देश्य बाल एवं किशोर मनोरोग रोगी देखभाल में रोगी-नर्स के बीच घनिष्ठ संबंध बनाने की प्रक्रिया का वर्णन करना है। बच्चों और किशोरों के लिए मनोरोग रोगी देखभाल में नर्सें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, और उनकी देखभाल उनके दैनिक जीवन के हर पहलू को प्रभावित कर सकती है। उपचार की प्रभावकारिता नर्सों की घनिष्ठ रोगी-नर्स संबंध बनाने की क्षमता पर निर्भर करती है।

विधियाँ: ग्राउंडेड थ्योरी दृष्टिकोण के सिद्धांतों पर आधारित एक गुणात्मक पद्धति अपनाई गई। 18 विशेषज्ञ नर्सों के साथ अर्ध-संरचित गहन साक्षात्कार आयोजित किए गए और निरंतर तुलनात्मक विधि का उपयोग करके उनका विश्लेषण किया गया।

परिणाम: 'भावनात्मक लगाव विकसित करना' को मुख्य श्रेणी के रूप में पहचाना गया, जिसकी पुष्टि चार परस्पर संबंधित चरणों द्वारा की गई: 'लगाव का लक्ष्य बनना'; 'लगाव बनाना'; 'लगाव के लक्ष्य का विस्तार करना'; और 'लगाव का लक्ष्य बनने की तैयारी करना'। हमने पाया कि इनपेशेंट बच्चों या किशोरों के साथ भावनात्मक लगाव विकसित करने में, विशेषज्ञ नर्सों ने इन पेशेंट से उचित मनोवैज्ञानिक दूरी - और उनके प्रति अपने बढ़े हुए लगाव - के बीच संतुलन हासिल किया।

निष्कर्ष: "विशेषज्ञ" नर्सें अपने मरीजों के लिए लगाव का लक्ष्य बन जाती हैं और फिर पेशेवर नर्सिंग हस्तक्षेप के दौरान सफलतापूर्वक अन्य नर्सों तक भी इसका विस्तार करती हैं।

अस्वीकृति: इस सारांश का अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरणों का उपयोग करके किया गया है और इसे अभी तक समीक्षा या सत्यापित नहीं किया गया है।