सतीश सैनी*, अंकित त्यागी और ऋषि सिक्का
सौर ऊर्जा एक प्रकार की ऊष्मीय ऊर्जा है जिसे फोटोवोल्टिक और सौर ऊष्मीय ऊर्जा जैसी कई उन्नत विकासशील तकनीकों का उपयोग करके प्राप्त किया जा सकता है। पारंपरिक दोहन विधियाँ गैर-नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत पर निर्भर करती हैं, जिनका पर्यावरण पर महत्वपूर्ण नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्योंकि वे कई तरह की खतरनाक और जहरीली गैसें छोड़ते हैं। सूर्य ऊर्जा सबसे अनुकूल और सबसे अच्छे गैर-नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों में से एक है जिसका उपयोग मुख्य ऊर्जा स्रोत के साथ-साथ बिजली और भाप जैसे द्वितीयक ऊर्जा संसाधनों के उत्पादन के लिए भी किया जा सकता है। सौर ऊर्जा के दो प्रमुख लाभ हैं: यह आसानी से उपलब्ध है और कम प्रदूषण पैदा करती है। बिजली उत्पादन सौर ऊर्जा का एक प्राथमिक अनुप्रयोग है जिसका दुनिया भर में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। इस समीक्षा लेख में सौर ऊर्जा और इसके संभावित उपयोगों का एक उच्च-स्तरीय सारांश दिया गया है। सौर-ऊर्जा में भविष्य में बढ़ती आबादी की ऊर्जा मांगों को अधिक कुशल तरीके से पूरा करने में सहायता करने की क्षमता है।