ऐ त्सुजी* और कात्सुमी शिबाता
परिचय: आठ प्रकार के बी-समूह विटामिन कई चयापचयों के साथ सामंजस्य में शामिल होते हैं। इसलिए, एक विटामिन की कमी से फार्माकोकाइनेटिक्स और अन्य विटामिनों की आवश्यकताओं पर असर पड़ने की संभावना है। बायोटिन की महत्वपूर्ण भूमिकाएँ हैं, जैसे फैटी एसिड संश्लेषण, शाखित-श्रृंखला एमिनो एसिड अपचय, विषम-श्रृंखला फैटी एसिड अपचय और ग्लूकोनेोजेनेसिस। हमने पहले खुलासा किया था कि जब शरीर में मांग बढ़ती है तो बी-समूह विटामिन की मूत्र उत्सर्जन दर कम हो जाती है। वर्तमान अध्ययन में, हमने अन्य बी-समूह विटामिनों की मूत्र उत्सर्जन दरों ((मूत्र उत्सर्जन मात्रा/सेवन मात्रा) × 100) पर बायोटिन की कमी के प्रभावों की जाँच की।
विधियाँ: ICR मादा चूहों को 30% अंडे का सफ़ेद भाग बायोटिन के साथ या बिना बायोटिन के खिलाया गया। 21 दिनों तक खिलाने के बाद, 24 घंटे के मूत्र के नमूने एकत्र किए गए, और बी-समूह विटामिन मापा गया।
परिणाम और निष्कर्ष: बायोटिन की कमी वाले चूहों में विटामिन बी 1 की मूत्र उत्सर्जन दर नियंत्रण चूहों की तुलना में काफी कम थी। इन परिणामों से पता चलता है कि बायोटिन की कमी से विटामिन बी 1 की आवश्यकता बढ़ गई , लेकिन अन्य छह बी-समूह विटामिनों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।