भूसूचना विज्ञान और भूसांख्यिकी: एक सिंहावलोकन

भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य में भूसूचना विज्ञान प्रणाली

महयार यूसुफ़ी 

भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) और इसके साथ जुड़े तरीकों और डेटा को विभिन्न स्वास्थ्य-संबंधी डोमेन और राष्ट्रीय सेटिंग्स में तेजी से अपनाया जा रहा है, जिसका लक्ष्य सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए बेहतर प्रतिक्रिया है। स्थानिक परिप्रेक्ष्य अक्सर विशेष महत्व का होता है क्योंकि संक्रामक और गैर-संक्रामक दोनों तरह की बीमारियों के वितरण के स्थानिक पैटर्न हमें संक्रमण की गतिशीलता और बीमारियों के स्थानिक निर्धारकों को समझने में मदद करते हैं। इस समीक्षा का मुख्य लक्ष्य यह देखना है कि भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दों से निपटने के लिए भौगोलिक तरीकों का उपयोग समय के साथ कैसे विकसित हुआ है, उनके उपयोग की वर्तमान स्थिति का आकलन करना और आगे की राह का अनुमान लगाना। भारत डेंगू का दुनिया का सबसे बड़ा बोझ उठाता है, [1] इसमें उभरते जूनोटिक रोगों की उच्च संभावना है और निमोनिया और डायरिया रोग से महत्वपूर्ण मृत्यु दर का सामना करना जारी है।

अस्वीकृति: इस सारांश का अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरणों का उपयोग करके किया गया है और इसे अभी तक समीक्षा या सत्यापित नहीं किया गया है।