फैशन टेक्नोलॉजी और टेक्सटाइल इंजीनियरिंग

ग्रीन या ग्रीन वॉशिंग? फैशन ब्रांड्स की स्थिरता की वर्तमान स्थिति पर एक समीक्षा पत्र

अहमद अशरफ जैदी1* और अर्चना गांधी2

हाल के वर्षों में कपड़ों के पर्यावरणीय प्रभाव के बारे में चिंताएँ बढ़ी हैं। इसी तरह, ग्रीन वॉशिंग का चलन भी बढ़ा है। अभी, फैशन मार्केटिंग में पर्यावरण के प्रति जागरूक संदेश की भरमार है, क्योंकि निर्माता अपने दावों का समर्थन करने के लिए आवश्यक शोध किए बिना अपने आइटम को "टिकाऊ" घोषित करते हैं। इस पेपर का उद्देश्य यह जांचना है कि क्या फास्ट फ़ैशन और लग्जरी फ़ैशन ब्रांड टिकाऊ हैं। क्या वे अपनी बात पर खरे उतरते हैं?

अस्वीकृति: इस सारांश का अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरणों का उपयोग करके किया गया है और इसे अभी तक समीक्षा या सत्यापित नहीं किया गया है।