शुभांगी* और रविशंकर पांडे
हस्तलिखित अंक पहचान (HDR) हस्तलिखित अंकों की छवियों को डिजिटल प्रारूप में परिवर्तित करने की प्रक्रिया है। कागज़ पर मौजूद जानकारी को डिजिटल प्रारूप में बदलने में बहुत सारा पैसा बर्बाद होता है। HDR का उपयोग करके इस समस्या को हल किया जा सकता है। हमारी परियोजना का मुख्य उद्देश्य एक कुशल एल्गोरिदम विकसित करने की क्षमता में निहित है जो उपयोगकर्ता द्वारा स्कैन किए गए और इनपुट के रूप में भेजे गए हस्तलिखित अंकों को पहचान सकता है। इस पेपर का लक्ष्य विभिन्न एल्गोरिदम की भिन्नता का निरीक्षण करना है जो विभिन्न छिपी परतों, विभिन्न युगों का उपयोग करके हस्तलिखित अंकों को वर्गीकृत कर सकते हैं और सटीकता के आधार पर तुलना कर सकते हैं। यह प्रयोग संशोधित राष्ट्रीय मानक और प्रौद्योगिकी संस्थान (MNIST) डेटासेट का उपयोग करके किया जाता है।