गिरम सेब्सिबी टेशोम, फ़िकिरटे वोल्डेसेलासी वोल्डेयोहंस और हिरुत टेरेफ़े जेमेडा
पृष्ठभूमि: अधिकांश महिलाओं को लिंग आधारित हिंसा और यौन संचारित संक्रमण और एचआईवी/एड्स, रक्तस्राव, गर्भाशय संक्रमण, प्रसूति नालव्रण और जन्म जटिलता सहित प्रजनन स्वास्थ्य की जटिलताओं का अधिक खतरा है।
उद्देश्य: इस अध्ययन का उद्देश्य अताये वोरेडा उत्तरी शोआ, इथियोपिया में महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य पर महिलाओं के खिलाफ हिंसा के प्रभावों का आकलन करना था।
विधि: 10 दिसंबर से 31 दिसंबर, 2016 तक अताये स्वास्थ्य केंद्र में आने वाली प्रजनन आयु समूह की महिलाओं के बीच सुविधा आधारित क्रॉस सेक्शनल अध्ययन किया गया। अध्ययन में 388 प्रतिभागी शामिल हैं जिनके लिए संरचित प्रश्नावली का उपयोग करके मात्रात्मक तरीकों का इस्तेमाल किया गया।
परिणाम: निष्कर्ष यह दर्शाता है कि सामाजिक मानदंडों और पारंपरिक मान्यताओं के कारण महिलाओं को विभिन्न प्रकार की हिंसा का सामना करना पड़ता है, यहां तक कि वे उस इलाके में मर भी जाती हैं। इस अध्ययन से पता चलता है कि पिछले 12 महीनों में अध्ययन के 388 प्रतिभागियों में से 52 (13.4%) महिलाओं के साथ हिंसा हुई। सभी प्रतिभागियों में से 44 (84.6%) अलग-अलग तरह के प्रजनन स्वास्थ्य परिणामों से प्रभावित थीं, जैसे कि 15 (34%) को गर्भपात और बलात्कार से संबंधित रक्तस्राव था, 9 (20.5%) को एचआईवी/एड्स, 9 (20.5%) को यौन संचारित संक्रमण, 6 (13.6%) को योनि संक्रमण और लगभग 5 (11.4%) को मृत शिशु जन्म हुआ था।
निष्कर्ष: अध्ययन क्षेत्र में पिछले 12 महीनों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की मात्रा 13.4% है। कुल 388 प्रतिभागियों में से 11.3% महिलाएं महिलाओं के खिलाफ हिंसा से संबंधित प्रजनन स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थीं।