क्लोटायर डैन्हो नान्हो1, डियू-ले-वुट सेंट-साइर सिल्वेस्ट्रे पैको1*, जोएल यानिक त्चुआंगा1, एन' डोगोमो मेइते1, एमराउड कोमो एन' धात्ज़1, कौआकौ बोइडी1, इस्माइल कामारा1, मैमडी डायकिटे2, आइसाटा टोलो-डाइबकिले1 और इब्राहिमा सनोगो1
पृष्ठभूमि: कोटे डी आइवर में
मल्टीपल मायलोमा (एमएम) से जुड़े ह्यूमन इम्यूनो डेफिसिएंसी वायरस (एचआईवी) पर कोई अध्ययन नहीं किया गया है। उद्देश्य: एमएम-एचआईवी के संबंध की विशिष्टताओं का वर्णन करना। सामग्री और विधियां: हमने जनवरी 2009 से दिसंबर 2017 तक अबिदजान में 8 साल की अवधि के साथ एक पूर्वव्यापी और वर्णनात्मक अध्ययन किया । हमने एचआईवी सीरोलॉजी पॉजिटिव के साथ एमएम के मामले को शामिल किया। एमएम के 101 मामलों में से 10 रोगी एचआईवी से संक्रमित थे, व्यापकता 9.9% थी। परिणाम: 6 पुरुष और 4 महिलाएं थीं। औसत आयु 53 वर्ष थी, जो चरम 31 और 75 वर्ष के बीच थी। नैदानिक संकेत हड्डी में दर्द (10 मामले), एनीमिया (10 मामले), रेडियोलॉजिकल संकेतों में सभी रोगियों में एक जियोड देखा गया, जिनमें से 5 मल्टीपल थे। 7 रोगियों को ISS III स्टैडिफाइड किया गया था। चिकित्सीय प्रतिक्रियाओं में पूर्ण प्रतिक्रिया (एक मामला), बहुत अच्छी आंशिक प्रतिक्रिया (दो मामले) और आंशिक प्रतिक्रिया (5 मामले) देखी गई। निष्कर्ष: कोटे डी आइवर में एमएम से संबंधित एचआईवी सबसे अधिक गंभीर अभिव्यक्तियों वाले युवा लोगों में है । पारंपरिक कीमोथेरेपी के उपयोग से उपचार अच्छा लगता है ।