अलग-अलग व्यक्ति एक ही दवा या उपचार पर अलग-अलग प्रतिक्रिया करते हैं, इसलिए फार्माकोजेनोमिक्स का दृष्टिकोण ऐसी दवाओं को डिजाइन और उत्पादन करने में सक्षम होना है जो प्रत्येक व्यक्ति के आनुवंशिक कारक के अनुकूल हों। फार्माकोजेनोमिक परीक्षण का उद्देश्य यह पता लगाना है कि कोई दवा किसी व्यक्ति के लिए सही है या नहीं। एक छोटा सा रक्त या लार का नमूना यह निर्धारित करने में मदद कर सकता है कि क्या कोई दवा किसी इंसान के लिए प्रभावी उपचार हो सकती है, किसी मरीज के लिए दवा की सबसे अच्छी खुराक क्या है, क्या किसी इंसान पर किसी दवा से गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं या नहीं।