मूसा करीम*, शुमैला फर्नाज़, ताहिर सगीर, नदीम हसन रिज़वी और अहमद रहीम
पृष्ठभूमि: कार्डियोवैस्कुलर रोग (सीवीडी) दुनिया भर में मृत्यु दर का प्रमुख कारण है। इस अध्ययन का उद्देश्य जनवरी 2017 से जून 2017 तक पाकिस्तान के एक तृतीयक देखभाल अस्पताल के बाह्य रोगी विभाग में आने वाले रोगियों के बीच एप्रिओरी डेटा माइनिंग एल्गोरिदम का उपयोग करके कार्डियोवैस्कुलर रोग के जोखिम कारकों की सह-घटना की पहचान करना था।
विधियाँ: इस क्रॉस-सेक्शनल अध्ययन में जनवरी 2017 से जून 2017 तक कराची पाकिस्तान के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के ओपीडी में आने वाले 5,164 लगातार मरीज शामिल हैं। सभी नामांकित मरीजों के लिए सी.वी.डी. जोखिम कारक एकत्र किए गए। डेटा माइनिंग तकनीक एप्रीओरी एल्गोरिदम को लागू करके एसोसिएशन नियम विकसित किए गए और उनका मूल्यांकन किया गया। अनावश्यक नियमों को हटाने, कम से कम दो आइटम की न्यूनतम लंबाई, 0.20 का न्यूनतम समर्थन और 0.90 का न्यूनतम विश्वास जैसे प्रूनिंग दृष्टिकोण लागू किए गए।
परिणाम: 5,164 रोगियों में से 51.1% महिलाएँ थीं और 42.7% रोगी 50 वर्ष से अधिक आयु के थे। प्रमुख रूप से देखे गए जोखिम कारक क्रमशः उच्च रक्तचाप, मोटापा, डिस्लिपिडेमिया और मधुमेह हैं। उच्च रक्तचाप सभी निकाले गए एसोसिएशन नियमों के लिए परिणाम था, जिसमें क्रमशः अधिक वजन/मोटापा, डिस्लिपिडेमिया, अधिक वजन/मोटापे वाली महिला, 50 वर्ष से अधिक, डिस्लिपिडेमिया के साथ अधिक वजन/मोटापा, 50 वर्ष से अधिक डिस्लिपिडेमिया वाली महिला, 50 वर्ष से अधिक आयु की महिला और डिस्लिपिडेमिया वाली महिला शामिल हैं।
निष्कर्ष: एप्रीओरी एल्गोरिथम के आधार पर, हृदय रोग (सीवीडी) के जोखिम कारकों के बीच सार्थक संबद्धता नियम और पैटर्न निकाले गए; ये नियम हृदय रोग (सीवीडी) के जोखिम को कम करने का व्यवहार्य तरीका प्रदान करते हैं।