कार्डियोवास्कुलर रिसर्च के अंतर्राष्ट्रीय जर्नल

तीव्र कोरोनरी सिंड्रोम के बाद डिस्चार्ज किए गए मरीजों में दीर्घकालिक मृत्यु दर और मृत्यु के तरीकों का संभावित इतिहास: तीव्र कोरोनरी सिंड्रोम पर एबीसी-2* अध्ययन

ग्यूसेप बर्टन, रोक्को कॉर्डियानो, रोजा पामिएरी, फियोरेला कैवुतो, मार्को पेलेग्रिनेट और पाओलो पलातिनी

तीव्र कोरोनरी सिंड्रोम के बाद डिस्चार्ज किए गए मरीजों में दीर्घकालिक मृत्यु दर और मृत्यु के तरीकों का संभावित इतिहास: तीव्र कोरोनरी सिंड्रोम पर एबीसी-2* अध्ययन

पृष्ठभूमि: इस अध्ययन का उद्देश्य कई नैदानिक ​​विशेषताओं के दीर्घकालिक मृत्यु दर और तीव्र कोरोनरी सिंड्रोम के बाद मृत्यु के कारणों पर पूर्वानुमानात्मक मूल्य की जांच करना था । विधियाँ: एबीसी-2 अध्ययन एक संभावित जांच है जिसमें तीव्र कोरोनरी सिंड्रोम वाले 557 रोगी शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती होने के दौरान, जनसांख्यिकी, हृदय संबंधी जोखिम कारक, अस्पताल में रहने की विशेषताएँ और रक्त घटकों सहित 33 नैदानिक ​​चर की जाँच की गई। "तीव्र मॉडल" उत्तरजीविता मॉडल थे जिनमें भर्ती होने के 72 घंटे के भीतर अर्जित चर शामिल थे, और "उप-तीव्र मॉडल" में 7-दिन की अवधि में अर्जित डेटा शामिल था। उत्तरजीविता विश्लेषण के लिए कॉक्स रिग्रेशन मॉडल का उपयोग किया गया।

अस्वीकृति: इस सारांश का अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरणों का उपयोग करके किया गया है और इसे अभी तक समीक्षा या सत्यापित नहीं किया गया है।