कार्डियोवास्कुलर रिसर्च के अंतर्राष्ट्रीय जर्नल

कोरोनावायरस रोग 2019 से ठीक हो रहे एक मरीज में फुफ्फुसीय विकार कार्डियक सर्जरी में: केस रिपोर्ट और समीक्षा

मोतहरेह घोद्राति1*, अब्दुल्ला अमीनी2 और ओमिद इमानी2

कोविड-19 के मरीज़ कई तरह की गड़बड़ी दिखाते हैं, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण एक तीव्र श्वसन सिंड्रोम है। उनमें से 17% -29% ने निमोनिया और एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (ARDS) सहित फुफ्फुसीय विकारों की अधिक गंभीर जटिलताओं का संकेत दिया। प्रारंभिक अध्ययनों ने COVID-19 के रोगियों में भड़काऊ मध्यस्थों और साइटोकिन्स (साइटोकाइन स्टॉर्म) में वृद्धि की सूचना दी है। एक कार्डियोपल्मोनरी बाईपास (CPB) अकेले पूरे शरीर में भड़काऊ प्रतिक्रिया को जारी करने के लिए एक शक्तिशाली उत्तेजक को ट्रिगर करता है। COVID-19 और CPB के सहक्रियात्मक प्रभाव से हृदय शल्य चिकित्सा के रोगियों में ऑपरेशन के बाद के जोखिम बढ़ जाते हैं। मरीज कोरोनरी धमनी की बीमारी से पीड़ित 53 वर्षीय व्यक्ति था। CPB की समाप्ति के बाद फुफ्फुसीय शिथिलता और धमनी रक्त गैस (ABG) में ऑक्सीजन (PO2) और O2 संतृप्ति (O2sat) का आंशिक दबाव कम हो गया चेस्ट सीटी में, मरीज के पिछले फुफ्फुसीय घाव सर्जरी के बाद और अधिक गंभीर हो गए थे, तथा संक्रामक रोग विशेषज्ञ की राय के आधार पर निमोनिया का निदान किया गया।

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