क्लिनिकल वायरोलॉजी वायरल पद्धति का उपखंड है जो वायरस से प्रेरित नैदानिक स्थितियों के नैदानिक पहलुओं से संबंधित है। इसमें वायरल जीनोम अनुक्रमण, वायरल रोगजनन और वायरल इम्यूनोलॉजी द्वारा एंटीवायरल उपचार में वायरस के प्रतिरोध का अध्ययन शामिल है। क्लिनिकल वायरोलॉजी मुख्य रूप से कोशिका संवर्धन, सीरोलॉजिकल, जैव रासायनिक और आणविक अध्ययन से संबंधित है। यह क्षेत्र महामारी विज्ञान और वायरल रोगों के प्रसार को जानने में बहुत उपयोगी है। संचरण के तरीकों को जानकर, प्रभावी उपचार रणनीतियों का आविष्कार/खोजा किया जा सकता है