संतोष बी भोई और नीलेश के तुमराम
अचानक हृदयाघात (SCD) एक उल्लेखनीय सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है। इस अध्ययन का उद्देश्य उन मृतकों में SCD मृत्यु की व्यापकता और संबंधित ऊतकीय निष्कर्षों तक पहुँचना था, जिनका मेडिकोलीगल शव परीक्षण किया गया था। यह संभावित क्रॉस-सेक्शनल अध्ययन 2012 से 2014 की अवधि के दौरान डॉ. वैशम्पायन मेमोरियल गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, सोलापुर (महाराष्ट्र) में किया गया था। सभी मामलों में प्रासंगिक हिस्टोपैथोलॉजिकल परीक्षाओं के साथ हर मामले में पूर्ण फोरेंसिक शव परीक्षण किया गया था। इस अवधि के दौरान कुल 4993 मेडिकोलीगल शव परीक्षण किए गए। कुल मेडिकोलीगल शव परीक्षणों में से 397 (7.95%) अचानक मौतें हुईं। हृदय प्रणाली रोग के कारण होने वाली मौतें कुल अचानक मौतों का 40.30% हिस्सा हैं। अधिकांश अचानक हृदय संबंधी मौतें 40-49 वर्ष की आयु वर्ग में हुईं। सभी अचानक हृदय संबंधी मौतों में पुरुषों की संख्या महिलाओं से अधिक है, जिसमें पुरुषों की संख्या 67.5% और महिलाओं की संख्या 32.5% है। कोरोनरी धमनी रोग के कारण मृत्यु 116 (72.5%) थी, अचानक प्राकृतिक मृत्यु के मामलों में मायोकार्डिटिस 21 (13.12%), हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी 13 (8.12%) अन्य 10 (6.25%) यहाँ हिस्टोपैथोलॉजिकल परीक्षा अध्ययन ने फोकल मायोकार्डिटिस या कार्डियोमायोपैथी जैसे छिपे हुए पैथोलॉजिकल सब्सट्रेट को उजागर किया। यह अध्ययन अचानक मृत्यु के मामलों में पूर्ण मेडिकोलीगल जांच और हिस्टोपैथोलॉजिकल परीक्षाओं के महत्व को रेखांकित करता है।