रोनाल्ड डी. चुआ, एम.डी., इयान अल्फ्रेड कोंडैट, एम.डी.
मधुमेह के रोगियों में मधुमेह के पैर के अल्सर रुग्णता और मृत्यु दर के प्रमुख कारणों में से एक हैं। इस अध्ययन का उद्देश्य पिछले पाँच वर्षों में ईस्ट एवेन्यू मेडिकल सेंटर में मधुमेह के पैर के अल्सर के प्रबंधन का आकलन करना और देखभाल के मानक दिशानिर्देशों के साथ इसकी तुलना करना है। मधुमेह के पैर के अल्सर वाले रोगियों के 2013 से 2017 तक कुल 267 चार्ट की समीक्षा की गई। रोगियों की औसत आयु 57.31 वर्ष थी, जबकि उनका औसत HbA1c 10.39% था। रोगियों में मधुमेह की औसत अवधि 7.54 वर्ष थी। सभी रोगियों में से 41.95% ने शल्य चिकित्सा हस्तक्षेप प्राप्त किया। अस्पताल में रहने के दिनों की औसत संख्या 18.96 दिन है। कुल प्रवेश के 14.61% में उनके अस्पताल में रहने के दौरान प्रतिकूल नैदानिक परिणाम थे। जिनमें से सबसे आम अस्पताल में अधिग्रहित निमोनिया और तीव्र कोरोनरी सिंड्रोम थे। इस अध्ययन में मृत्यु दर 13.11% है। मृत्यु के सबसे आम कारण तीव्र कोरोनरी सिंड्रोम, संक्रमित घाव के कारण होने वाला सेप्टिक शॉक और अस्पताल में होने वाले निमोनिया के कारण होने वाला सेप्टिक शॉक थे। इस अध्ययन के परिणामों से मधुमेह रोगियों में पैर के अल्सर की गंभीरता का पता चला। मधुमेह के पैर के अल्सर के प्रबंधन में सुधार जारी रहना चाहिए।