एंडोक्रिनोलॉजी और मधुमेह अनुसंधान

युवा वयस्क छात्रों में मधुमेह जोखिम स्कोर

मनीषा सपकोटा 1 , अलास्का तिमिल्सिना 1 , मुदिता शाक्य 1 , टीका बहादुर थापा 1 , स्नेहा श्रेष्ठ 1 , सुशांत पोखरेल 1 , निश्चल देवकोटा 2 , बशु देव पारधे 1*

पृष्ठभूमि: मधुमेह एक पुरानी चयापचय बीमारी है जो नेपाल जैसे विकासशील देश में चिंताजनक दर से बढ़ रही है। यह बच्चों, किशोरों और युवा वयस्कों में अधिक प्रचलित है क्योंकि अधिक भोजन, शारीरिक निष्क्रियता, मोटापा जैसे जोखिम कारकों में वृद्धि होती है। इसलिए, इस अध्ययन का उद्देश्य युवा व्यक्तियों में मधुमेह के जोखिम स्कोर का आकलन करना था।

विधियाँ: मनमोहन मेमोरियल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज और सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में अध्ययन करने वाले आयु वर्ग (18 से 25 वर्ष) के छात्रों के बीच एक व्यापक अनुभागीय अध्ययन किया गया। सभी सामाजिक-जनसांख्यिकीय डेटा, मानवशास्त्रीय माप, जीवनशैली और आहार संबंधी आदतों को मानक प्रश्नावली का उपयोग करके दर्ज किया गया। मानक निर्माता के दिशानिर्देश का उपयोग करके उपवास प्लाज्मा ग्लूकोज और लिपिड प्रोफाइल का अनुमान लगाया गया। मधुमेह जोखिम स्कोर की गणना फिनिश डायबिटीज रिस्क स्कोर (FINDRISC टूल) द्वारा की गई थी। कार्डियो-मेटाबोलिक जोखिम कारकों और मधुमेह जोखिम स्कोर के बीच संबंध ANOVA परीक्षण द्वारा स्थापित किया गया था।

अस्वीकृति: इस सारांश का अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरणों का उपयोग करके किया गया है और इसे अभी तक समीक्षा या सत्यापित नहीं किया गया है।