एंडोक्रिनोलॉजी और मधुमेह अनुसंधान

पहली बार जनसंख्या आधारित स्क्रीनिंग कार्यक्रम के आधार पर उत्तर भारतीय रोगियों में उच्च जोखिम वाले हृदय रोगियों में ग्लाइसेमिक स्तर।

नरेश सेन

पृष्ठभूमि: भारत में मधुमेह के साथ हृदय संबंधी विकारों के कारण रुग्णता और मृत्यु दर में वृद्धि हो रही है। कई देशों में ग्लूकोज के माप सहित हृदय रोग (सीवीडी) जोखिम के लिए जनसंख्या-आधारित जांच प्रस्तावित है। हमारा उद्देश्य उच्च सी.वी.डी. जोखिम वाले वयस्कों में अज्ञात डिस्ग्लाइसीमिया की व्यापकता का पता लगाना था।

विधियाँ:

हमने नारायण हृदयालय अस्पताल, जयपुर, राजस्थान (भारत) में चार सामान्य प्रथाओं से 35-70 वर्ष की आयु के ऐसे रोगियों को नामांकित किया, जो उच्च सी.वी.डी. जोखिम (फ्रेमिंगम व्युत्पन्न 10-वर्षीय सी.वी.डी. जोखिम >21%) वाले थे, लेकिन उनमें पहले सी.वी.डी. की कोई घटना नहीं हुई थी। (n=883) को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया। 198 वयस्क सहमत हुए। प्रत्येक प्रतिभागी ने 75 ग्राम निर्जल मौखिक ग्लूकोज सहिष्णुता परीक्षण (0 और 120 मिनट ग्लूकोज नमूनाकरण) किया और नियमित नैदानिक ​​जानकारी भी एकत्र की गई।

अस्वीकृति: इस सारांश का अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरणों का उपयोग करके किया गया है और इसे अभी तक समीक्षा या सत्यापित नहीं किया गया है।