ट्रोनड सेल्वेन, अर्न्ट एरिक तजोन्ना, जावेद नौमान और हावर्ड ओस्टेरस
नॉर्वे की राष्ट्रीय टीमों में 15 से 19 वर्ष के लड़कों में फुटबॉल चोटों की घटनाएं
उद्देश्य: नॉर्वे में युवा खिलाड़ियों में फुटबॉल से संबंधित चोटों की घटनाओं को अभी तक दर्ज नहीं किया गया है। यह पता लगाना महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक स्तर पर कौन सी चोटें सबसे अधिक होती हैं और हम इन चोटों को कैसे रोक सकते हैं। इस अध्ययन का उद्देश्य यह जांचना था कि 15-, 17- और 19-वर्षीय पुरुष फुटबॉल खिलाड़ियों को कौन सी चोटें लगती हैं। तरीके: एक वर्णनात्मक महामारी विज्ञान अध्ययन। 15, 17 और 19 वर्ष की आयु के पुरुष फुटबॉल खिलाड़ियों से पिछले दो वर्षों में उनकी चोटों को कवर करने वाली एक प्रश्नावली को पूरा करने के लिए कहा गया था। ये सभी खिलाड़ी नॉर्वे की राष्ट्रीय टीमों में थे। परिणाम: 15 वर्षीय लड़कों में, 51% ने तीव्र टखने की मोच, 50% ने तीव्र कमर दर्द, 36% ने तीव्र घुटने के दर्द और 29% ने तीव्र हैमस्ट्रिंग चोटों की सूचना दी। 17-वर्षीय लड़कों में, 55% ने तीव्र टखने की मोच , 35% तीव्र कमर दर्द, 30% तीव्र घुटने के दर्द और 28% तीव्र हैमस्ट्रिंग चोटों की सूचना दी। साठ प्रतिशत ने एक या अधिक अति प्रयोग चोटों की सूचना दी। 19-वर्षीय लड़कों में, 52% ने तीव्र टखने की मोच, 39% तीव्र घुटने के दर्द, 29% तीव्र कमर दर्द और 10% तीव्र हैमस्ट्रिंग चोटों की सूचना दी। अड़सठ प्रतिशत ने एक या अधिक अति प्रयोग चोटों की सूचना दी। निष्कर्ष: यह अध्ययन दर्शाता है कि नॉर्वेजियन राष्ट्रीय टीमों के लिए खेलने वाले 15-, 17- और 19-वर्षीय लड़कों को कई अति प्रयोग चोटें हैं। टखने की मोच सबसे अधिक बताई जाने वाली तीव्र चोट है। इन खिलाड़ियों में चोटों की उच्च घटना युवा फुटबॉल में शिक्षा और रोकथाम कार्यक्रमों की आवश्यकता को उजागर करती है।