निदा कंवल*, हजीरा अहमद, महपारा सफदर, सैयदा महविश ज़हरा और ज़हीर अहमद
उद्देश्य: चोलिस्तान के टीएचक्यू अस्पतालों में टीकाकरण क्लीनिकों के व्यय कार्यक्रम में भाग लेने वाले शिशुओं के बीच आहार प्रथाओं का आकलन करना।
विधियाँ: अवलोकन आधारित अस्पताल आधारित वर्णनात्मक अध्ययन डिज़ाइन का उपयोग किया गया। अध्ययन उपकरण साक्षात्कार आधारित प्रश्नावली थी। प्रश्नावली भरकर डेटा एकत्र किया गया। शिशुओं की माताओं के साथ 130 साक्षात्कार किए गए। यह अध्ययन आबादी बहावलपुर चोलिस्तान के शिशुओं की थी। SPSS सॉफ़्टवेयर के नवीनतम संस्करण का उपयोग करके डेटा का विश्लेषण किया गया। ची स्क्वायर परीक्षण लागू किया गया।
परिणाम: शोध के अनुसार 73% माताएं प्रीलैक्टील आहार दे रही थीं। 63% माताएं केवल स्तनपान करा रही थीं। 12.3% माताएं 6 महीने की उम्र में CF दे रही थीं। 24% माताओं को CF के बारे में जानकारी थी। 93% शिशु कुपोषित थे और 7% शिशु सामान्य वजन के थे।
निष्कर्ष: यह शोध माताओं द्वारा अपनाए जाने वाले विभिन्न CF प्रोटोकॉल पर प्रकाश डालता है। इसने चोलिस्तान के शिशुओं की स्वस्थ स्थिति को भी उजागर किया। कुपोषण से जुड़े कई जोखिम कारक हैं। माताओं द्वारा गलत तरीके से दिया जाने वाला आहार और गलत CF अभ्यास शिशुओं के स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करते हैं। पाकिस्तान के इस क्षेत्र में कुपोषण का प्रचलन बहुत अधिक है।