हडखले के और बस्तोला के
2001 से 2011 तक नेपाली माताओं और उनके बच्चों में विटामिन ए और आयरन के सेवन के वर्तमान चरण और समय के साथ परिवर्तन तथा निर्धारकों का अध्ययन
परिचय: नेपाल में माताओं और बच्चों में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी एक बड़ी समस्या है। उद्देश्य: इस अध्ययन का उद्देश्य 2001 से 2011 के बीच नेपाल में 3 वर्ष से कम आयु की माताओं और बच्चों में विटामिन ए और आयरन लेने के अनुपात और निर्धारकों की जांच करना है। विधियाँ: 2001 (N=8,726), 2006 (N=10,793) और 2011 (N=12,674) में नेपाल जनसांख्यिकी और स्वास्थ्य सर्वेक्षण से डेटा लिया गया। विटामिन ए और आयरन का मूल्यांकन खाद्य पदार्थों और पूरक आहार से सेवन के रूप में किया गया। सूक्ष्म पोषक तत्वों के सेवन के निर्धारकों की जांच करने के लिए मल्टीलेवल लॉजिस्टिक रिग्रेशन का उपयोग किया गया। परिणाम: खाद्य पदार्थों से विटामिन ए लेने वाली माताओं का अनुपात 2001 में 21.1% से बढ़कर 2006 में 74.1% हो गया और पूरकों से विटामिन ए लेने वाली माताओं का अनुपात 2001 में 11.3% से बढ़कर 2011 में 43.5% हो गया। इसी तरह, आयरन सप्लीमेंट लेने वाली माताओं का अनुपात 2006 में 57% से बढ़कर 2011 में 80% हो गया। बच्चों में, खाद्य पदार्थों से विटामिन ए लेने वाले बच्चों का अनुपात 2006 में 52.5% से बढ़कर 2011 में 54.8% हो गया, जबकि खाद्य पदार्थों से आयरन लेने वाले बच्चों का अनुपात 2006 में 42.1% से घटकर 2011 में 11.1% हो गया। विटामिन ए सप्लीमेंट लेने वाले बच्चों का अनुपात 2001 में 82.5% से घटकर 2011 में 76.7% हो गया। माँ की शिक्षा, निवास स्थान, धर्म, माँ की धूम्रपान की स्थिति, माँ की आयु और बच्चे की आयु नेपाली माताओं और उनके बच्चों में विटामिन ए और आयरन के सेवन के मुख्य निर्धारक थे। निष्कर्ष: गर्भावस्था के दौरान विटामिन ए और आयरन सप्लीमेंट लेने वाली नेपाली माताओं का अनुपात 2001 और 2011 के बीच बढ़ा, जबकि इसी अवधि के दौरान बच्चों में सेवन में कमी आई। पोषण सेवन में बदलावों को समझने के लिए और अधिक संभावित अध्ययनों की आवश्यकता है।